वो बा कमाल लफ्ज़ों की सौदागरी में था। सपनों का दाम दे कर मेरी नींद ले गया।।
Home/Shayari/Dil Ki Gehrai Se/वो बा कमाल लफ्ज़ों की सौदागरी में था Dil Ki Gehrai SeLove ShayariSehre Zindagi ©ShayariShayari वो बा कमाल लफ्ज़ों की सौदागरी में था admin July 3, 2017 0 1,100 Less than a minute वो बा कमाल लफ्ज़ों की सौदागरी में था। सपनों का दाम दे कर मेरी नींद ले गया।।